हाल के दिनों में काफी चर्चा में रहा मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN)। क्योंकि हाल ही में 5 देश अमेरिका, यूरोपियन यूनियन, ब्रिटेन, जापान, कनाडा ने रूस से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया है। जिससे इन देशों को रूस से निर्यात होने वाले सामान पर टैक्स मनमुताबिक बढ़ जाएगा। रूस का समर्थन करने के कारण, ये 5 देश, रूस के अलावा ईरान, सीरिया और बेलारूस से भी MFN का दर्जा छीन लिया है। जिससे अब इन देशों को भी व्यापार बढ़े हुए टैक्स पर करना होगा।
क्या है MFN (मोस्ट फेवर्ड नेशन)
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों का आपस में व्यापार करने के लिए जोड़ने वाली इकाई जिसका नाम WTO यानी वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन है। इसके सदस्य देशों की संख्या 164 है इसके तहत आने वाले सभी देश एक दूसरे को मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा देते हैं। यह दर्जा दिए जाने के बाद बिना किसी भेदभाव के सभी देश एक दूसरे के साथ आसानी से बिजनेस कर सकते हैं।
मोस्ट फेवर्ड नेशन के तहत जो देश दूसरे देश के साथ मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा शेयर करते हैं, वह दोनों देश एक दूसरे देश के साथ अपने अपने व्यापार के लिए एक दूसरे को फायदा पहुंचाते हैं। जैसे: दो देश आपस में आयात निर्यात होने वाले सामान पर या तो टैक्स नहीं लेते या फिर टैक्स में छूट प्रदान करते हैं।
मोस्ट फेवर्ड नेशन के फायदे समझें।
मोस्ट फेवर्ड नेशन के फायदे को हम इस तरह समझ सकते हैं, कि मान लीजिए भारत ने पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया है, तो इसका मतलब यह है कि दोनों देश एक दूसरे को बिज़नस में सहयोग करेंगे। अब समझिए कैसे इसका भारत और पाकिस्तान दोनों को फायदा मिलेगा।
- मोस्ट फेवर्ड नेशन के तहत एक देश दूसरे देश से सबसे कम या बिना किसी सीमा शुल्क के आयात निर्यात करते हैं।
- सदस्य देश बाकी देशों की कंपनी को लाइसेंस प्रक्रिया में भी छूट देती है।
- विकासशील या गरीब देशों को दूसरे देश के बाजारों में अपनी पहुंच बनाना आसान हो जाता है।
- मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा प्राप्त करने वाले सभी देश किसी भी देश के साथ बिजनेस के लिहाज से किसी तरह का भेदभाव नहीं कर सकते।
गरीब देशों को इसका फायदा कैसे मिलता है।
मान लीजिए किसी देश में एक वर्ग विशेष के लोग काफी कमजोर है, तो सरकार उस वर्ग के लोगों के विकास के लिए अन्य वर्गों से ज्यादा अवसर देती है।
यह भी बिल्कुल उसी तरह काम करता है। जो देश आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, तो बाकी देश उसे अपने बाजार में व्यापार बढ़ाने के लिए खास अवसर देते हैं, जो बाकी MFN देशों को नहीं मिलते हैं।
तारीख: 21/03/2022
लेखक: शत्रुंजय कुमार।
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